बेंगलुरु: बेंगलुरु में विप्रो में काम करने वाली 26 साल की श्रावणी ने 19 नवंबर को बेटे को जहर दिया और आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार बता दें कि श्रावणी ने अपने पति राजेश से कहा कि वह सोमवार को ऑफिस से छुट्टी ले रही है। वहीं राजेश ने दोपहर को घर पर कॉल किया तो कोई जवाब नहीं मिला। राजेश ने अपने पड़ोसी से कहा कि पत्नी से बात करा दे। लेकिन पड़ोसी भी श्रावणी से संपर्क नहीं कर सके।
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वहीं जब एक पड़ोसी अस्मा पहुंची तो श्रावणी ने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर रखा था। उसने खिड़की से झांका तो उसके होश उड़ गए। उसने देखा कि श्रावणी और उसका बेटा जमीन पर अचेत पड़े हैं। वहीं राजेश को इस बारे में जानकारी देने के बाद पड़ोसियों की मदद से अस्मा ने दरवाजा तोड़कर खोला। बता दें कि इस घटना में श्रावणी मृत पाई गई और दो साल के बेटे मानस में अभी भी जान बची थी। जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन बाद में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
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गौरतलब है कि इस हादसे में मां और बेटे दोनों की ही मौत हो गई वहीं अब तक इसकी वजह सामने नहीं आ सकी है। वहीं श्रावणी ने अपने पीछे कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है। पेशे से टीचर राजेश जब चिक्कबलपुर से घबराए हुए घर लौट रहा था तभी रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया और उसे मामूली चोंटे आई हैं। यहां बता दें कि मां और बेटे के शव को पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को परिवार को सौंप दिया गया है।
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