ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले पुलिस की गिरफ्त में
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इंदौर। एक्सपोर्ट फर्म के मालिक मुकुल अग्रवाल को 20 लाख की चपत लगाने वाले और धोखे से मोबाइल सिम जारी करवाने वाले इंटरनेट बैंकिंग फ्राॅड गिरोह के दो सदस्य सायबर सेल इंदौर की गिरफ्त में।

राज्य सायबर सेल इंदौर कोे बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने बताया कि एक्सपोर्ट फर्म के मालिक मुकुल अग्रवाल के साथ मई 2017 को हुए इंटरनेट बैंकिंग फ्राॅड के माध्यम से 20 लाख रूपये दूसरे खातों में डाले दिए गए थे। पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी जाॅनी ब्राउन और मो. अली है। दरअसल, मुकुल अग्रवाल ने राज्य सायबर सेल में शिकायत की जिसके बाद सायबर सेल द्वारा जांच शुरु की गई। और जांच में पता चला कि जिस खाते में राशि जमा कि गई वो खाता ग्राम चंदौशी उ.प्र. के मो. जावेद के नाम से है और आरोपी नूर अहमद द्वारा खुलवाया गया था।

जांच में ये भी सामने आया कि जांच के दौरान नूर अहमद को उ.प्र. से गिरफ्तार कर 10 लाख रूपयें उसके खाते में फ्रीज करा लिए गए। वही दूसरा खाता उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अशोक मिश्रा के नाम से खुलवाया गया था। और इन खाते में इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से रूपये ट्रांसफर कराए गए थे। इसके बाद राज्य सायबर सेल इन्दौर द्वारा आईटी एक्ट में दो आरोपियो जाॅनी ब्राउन और मो. अली को गिरफ्तार कर न्यायालय से आरोपियों को रिमाण्ड पर लिया गया। पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर सेल जितेन्द्र सिंह ने बताया कि लखनऊ में अशोक मिश्रा के नाम से जो खाता खुला था वह जाॅनी ब्राउन पिता नरेन्द्रनाथ ब्राउन उम्र 62 साल निवासी मण्डला रोड जबलपुर ने खुलवाया था।

गिरफ्त में आने के बाद आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह उसके साथी राजेन्द्र सतनामी द्वारा स्वयं का फोटो लगाकर अशोक मिश्रा के नाम से खाता खुलवाया था और राजेन्द्र सतनामी द्वारा जाॅनी ब्राउन के नाम से अन्य खाते जो रीवा, जबलपुर एवं भोपाल में भी खुलवाये गये थे। जाॅनी ब्राउन पूर्व में ड्रामा कम्पनी, थिएटर, डांस पार्टी एवं छत्तीसगढ़ी शार्ट फिल्म में काम कर चुका है। इंटरनेट बैकिंग फ्राॅड मामले में महत्वपूर्ण कड़ी बंद सिम थी जिस पर ओटीपी प्राप्त कर पूरा ट्रांजेक्शन किया था। ये सिम मुंबई की वोड़ाफोन मोबाइल गैलरी से धोखाधडी से जारी करवाई गई थी। सीम इश्यू करवाने के दौरान फरियादी मुकुल अग्रवाल के आईडी प्रूफ में जिस व्यक्ति का फोटो लगा था उसे मुम्बई से गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी, जिसमें युवक ने बताया कि वह तूफान सिंह कनोजिया उम्र 38 साल निवाासी ग्राम परया थाना चंदौली जिला वाराणसी, वर्तमान निवासी रूम नं. 5 आब्दुल रहमन चाल सुभाष नगर, जरीमरी कुर्ला अंधेरी ईस्ट रोड़ मुंबई (महाराष्ट्र) है।

पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने यह भी बताया कि फरियादी मुकुल अग्रवाल के नाम की सीम इश्यू करवाकर मो. अली उर्फ सलीम मिर्जा को दी थी। राज्य सायबर सेल द्वारा मो. अली उर्फ सलीम मिर्जा पिता मिर्जा अली उम्र 44 साल निवासी कृष्णा निकेतन भयंदर ईस्ट थाणे मुम्बई को गिरफ्तार किया गया। पुलिस गिरफ्त में आए मो.अली ने बताया कि वह पहले भी इओडब्ल्यू दिल्ली से बैंक फ्राॅड के मामले में वर्ष 2013 में तिहाड़ जेल जा चुका है। राज्य सायबर सेल की ये कार्रवाई निरीक्षक आलोक सोनी, राशिद अहमद, उपनिरीक्षक आमोद, विनोद, अम्बाराम, धीरज गौर, राम प्रकाश वाजपेई, रामपाल, रमेश भिडेे, विवेक मिश्रा, आशीष शुक्ला, राकेश बामनिया, राहुल गौर द्वारा की गई।

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