नई दिल्ली: bhart और नेस्ले नियामक के मुख्य कार्याधिकारी के बीच मानेसर में आज करीब दो घंटे तक बैठक चली जिसमे दोनों पक्षों ने 2 साल पहले चले vivado को bulakar एक साथ काम करने पर सहमति जाता दी हैं
बता दे कुछ महीने पहले नारायणन और अग्रवाल भारत में खाद्य संरक्षा के मसले के हल के लिए मिले थे, वहीं इस मसले पर सूत्रों ने बताया कि जब नारायणन ने पेइचिंग में अपने दूसरे एनएफएसआई के शानदार योगदान के बारे में बताया तो अग्रवाल उससे काफी प्रभावित हुए. भारत में खाद्य संरक्षा प्रदान के नेस्ले के प्रयासों की सराहना करते हुए अग्रवाल ने कहा, यह भारत में पहली बार वैश्विक नियामकीय माहौल बनाने का हमारा प्रयास है'
नारायणन के मुताबिक नेस्ले ने इसमें दिलचस्पी दिखाई और इस मसले पर पिछले कुछ समय से वह एफएसएसएआई की मदद कर रही है, वहीं उन्होंने यह भी कहा, नेस्ले खाद्य विज्ञान के क्षेत्र में अपनी वैश्विक विशेषज्ञता से भी मदद कर सकती है, जिससे एफएसएसएआई को नियमन बनाने के दौरान समुचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी.
अबू सलेम का मध्यप्रदेश से रिश्ता
उद्योग मंत्री अनंत गीते का खुलासा अरुण जेटली बेहद चिंतित
पत्रकार गौरी लंकेश के भाई ने दिया बड़ा बयान