वॉशिंगटन: आर्थिक शोध के लिए विश्वविख्यात अमेरिकी कंपनी गोल्डमैन सेश ने हाल ही में विश्व अर्थव्यवस्थाओं के नए मूल्यांकन संबंधी जो महत्वपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की है, उसके निष्कर्षों को दुनिया भर में गंभीरता से पढ़ा जा रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा. अब ट्रंप प्रशासन के भारत को ‘प्रमुख वैश्विक शक्ति’ (लीडिंग ग्लोबल पावर) बताने के कुछ सप्ताह बाद पूर्व राष्ट्रपति ओबामा प्रशासन की राजनयिक ने एक किताब के लॉन्च के मौके पर कहा कि भारत सुपर पावर बनने की राह पर है.
दक्षिण एशिया की उपसहायक विदेश मंत्री रही अलिसा अयरेस ने कहा, ‘‘हम एक देश (भारत) को आगे बढ़ने और किसी अन्य को हटाये बिना वैश्विक शक्तियों में पहचान बनाने की दिशा में बढ़ने का गवाह बन रहे हैं. इस किताब में भारत के लिए लिखा गया है कि पिछले कई सालों में भारत ने अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बड़ी तेजी से बढ़ाया है और इन संबंधों की सुरक्षा का पूरा ध्यान भी रखता है.उन्होंने कहा कि वैश्विक शक्तियों की लिस्ट में भारत की सदस्यता लंबे समय से पेंडिंग है.
आपको बता दें कि UNSC में भारत की सदस्यता का अमेरिका परोक्ष रूप से समर्थन करने लगा है. इस मामले में चीन को छोड़कर मोटा-मोटी भारत को बाकी सदस्य देशों का समर्थन प्राप्त है. वर्तमान में, भारत, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया के लिए विदेश संबंध परिषद के एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक, आयरेस ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में भारत का आर्थिक विस्तार ने दुनिया में उभरते हुए प्रमुख शक्तियों की श्रेणी में अपनी जगह बनाई है.
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