नई दिल्ली: भारत ने इस्राइल के साथ सैन्य अभ्यास के लिए मंगलवार को सी -130 जे 'सुपर हरक्यूलिस' विमान को भेजा, जिसमें गरुड़ कमांडर समेत 45 सदस्यीय दल भी शामिल थे.
भारतीय वायुसेना का एक 15 सदस्यों (गरुड़ कमांडर) का दस्ता ‘ब्लू फ्लैग-17’ में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को इस्राइल रवाना हो गया. ब्लू फ्लैग एक द्विवार्षिक अभ्यास है जिसका उद्देश्य हिस्सा लेने वाले देशों के बीच सैन्य सहयोग मजबूत करना होता है.
खबरों के अनुसार भारतीय वायुसेना गुरूवार से शुरू हो रही दो सप्ताह चलने वाली बहुपक्षीय हवाई अभ्यास में हिस्सा लेगी. यह पहली बार है कि भारत ने इजरायल में सैन्य अभ्यास में भाग लेने के लिए एक दल भेजा है. इस अभ्यास में अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ग्रीस और पोलैंड जैसे अन्य देशों को शामिल किया जाएगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई में इजरायल का दौरा किया था. यह 70 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा था. इस दौरे से दोनों देशों के मिलिट्री, इकोनॉमिक और डिप्लोमैटिक रिश्तों में मजबूती आई. इस्राइल भारत को हथियार बेचने वाले सबसे बड़े सप्लायरों में से एक हैं. जो हर साल भारत के साथ लगभग 1 बिलियन डॉलर की कीमत के हथियार का सौदा करता है.
इजरायल ने भारत को मिसाइल, एंटी मिसाइल सिस्टम, यूएवी, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, जैसी अहम तकनीक दी है. इजरायल भारत के लिए डिफेंस के लिहाज से बेहद अहम है. इजरायल ने चीन को अवाक्स सिस्टम बेचने से इनकार कर दिया, पर उसने भारत को यह सिस्टम दिया.
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