नई दिल्ली: ओएजी एविएशन वर्ल्डवाइड की हालिया जारी रिपोर्ट के मुताबिक सालाना 47,462 उड़ानों वाला मुंबई-दिल्ली रूट भारत का पहला और विश्व का तीसरा सर्वाधिक व्यस्त हवाई रूट बन गया है मगर समय की पाबंदी के मामले में ये दुनिया के अन्य व्यस्त रूटों से काफी पिछड़ रहा है. केवल 59.14 फीसद उड़ाने ही समय पर टेक-आफ और लैंडिंग करती हैं. विमानन नियमों के अनुसार निर्धारित समय से 15 मिनट के भीतर टेक-आफ और लैंडिंग करने वाली उड़ानों को ही ऑनटाइम माना जाता है.
इस मामले मे व्यस्तता के लिहाज से यह 17वें स्थान पर काबिज़ जापान का हनेदा-ओसाका रूट विश्व में सबसे अव्वल है. इसकी 90.40 फीसद उड़ाने समय पर टेक-आफ और लैंडिंग करती हैं, 11वें नंबर पर सर्वाधिक व्यस्त (सालाना 29,427 उड़ाने) डोमेस्टिक रूट का दर्जा प्राप्त बंगलूर-दिल्ली एयर रूट की केवल 65.93 फीसद उड़ाने ही समय पर होती हैं, विश्व में 16वें नंबर के सबसे व्यस्त (23,857 वार्षिक उड़ाने) माने गए बंगलूर-मुंबई एयर रूट की केवल 56.72 फीसद उड़ाने ही समय पर होती हैं.
जो एयरलाइनें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनो तरह की उड़ानों का संचालन करती हैं, उनकी ऑनटाइम परफारमेंस आम तौर पर कमतर रहती है,जबकि केवल घरेलू उड़ानें करने वाली एयरलाइनों का प्रदर्शन अक्सर बेहतर रहता है, ऑनटाइम प्रदर्शन के लिहाज से मुंबई-दिल्ली रूट पर इंडिगो को चौथे नंबर पर रखा गया है.
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