नई दिल्ली : नोएडा की एक यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस की एक छात्रा 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनी हैं. यह छात्रा सोमवार को केवल 24 घंटों के लिए हाई कमिशनर बन गई है. ब्रिटिश कमीशन ने अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया था जो हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है, इसमें जीतने पर ब्रिटिश हाई कमीशन का एक दिन के लिए उच्चायुक्त बनने का अवसर मिलना था. इस प्रतियोगिता के माध्यम से बता दें कि प्रतिभागियों को वीडियो प्रेजेंटेशन के ज़रिये सभी को ये बताना था कि लैंगिक समानता से वो क्या समझते हैं और उनके लिए क्या है. इसी के लिए देशभर के छात्र छात्राओं ने अपने प्रेजेंटेशन तैयार किये थे.
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जानकारी के लिए बता दें, इसी में नोएडा की ईशा बहल ने जीती और उन्हें ये अवसर मिला. ईशा पढ़ाई पूरी करने के बाद एक सोशल इंटरप्रेन्योर बनना चाहती हैं, लेकिन फ़िलहाल वो सोमवार को ब्रिटिश उच्चायुक्त के पद पर काम करती रहीं हैं. इस पद पर आने के बाद ईशा ने कई मीटिंग ली और कई जगह का दौरा भी किया. ब्रिटिश हाई कमिशनर बनने के बाद वह गुरुग्राम भी गईं वहां चल रहे प्रोजेक्ट का मुआयना किया.
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इसके अलावा अपने इस अनोखे अनुभव के बारे में ईशा का कहना है कि यह मौका उनके बेहद ही खास और अहम है. वो कहती हैं इस एक दिन पद से उन्हें ये पता चला कि भारत और ब्रिटेन के रिश्ते कितने गहरे हैं. प्रतियोगिता में ईशा ने काफी मेहनत की थी जिसे लेकर उन्होंने कई खुलासे किये.
ईशा बताती है कि यह सब उनके बेहद ही आसान था, क्योंकि उन्हें एक वीडियो बना कर फेसबुक पर अपलोड करना था जिसमें ये बताना था कि लेंगीं समानता उनके लिए क्या है. ये सब करने के बाद उनके पास एक मेल आया जिसमें लिखा था कि वो इसे जीत गई हैं जो बेहद ही बेहतरीन अनुभव रहा. वहीं, ब्रिटिश हाई कमिश्नर डोमिनिक एस्क्विथ ने कहा, 'मुझे खुशी है कि हम यह प्रतियोगिता आयोजित करा सके और भारतीय युवतियों को उनके मुद्दों पर बात करने के लिए मंच दे सके.'
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