न्यूयॉर्क: फ्लोरिडा के एक स्कूल में हुई गोलीबारी से पूरे अमेरिका में शोक की लहर थी, लेकिन यह शोक और भी गहरा हो सकता था अगर भारतीय मूल की मैथ्स टीचर शांति विश्वनाथन वहां न होती. शांति ने गोलीबारी के समय अपने साहस और बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए सैकड़ों छात्रों की जान बचाई.
आपको बता दें कि, बुधवार को हमले के दौरान जब हमलावर ने अलार्म बजाया, तब गणित की इस शिक्षिका को दूसरी बार अलार्म को बजता देखकर कुछ अनहोनी की आशंका हुई. उन्होंने फ़ौरन अपनी क्लास के सभी छात्र-छात्राओं को ज़मीन पर लेटने को कहा और खुद ने फुर्ती से क्लासरूम के सभी दरवाज़े खिड़की बंद कर दिए. हमलावर की नज़र बच्चों पर न पड़े इसलिए शांति ने खिड़कियों को भी अखबार से ढक दिया. यही नहीं शांति ने तब तक दरवाज़ा नहीं खोला जब तक फ्लोरिडा पुलिस मौके पर नहीं पहुँच गई.
शांति के एक स्टूडेंट की मां डॉन जारबो ने टीचर की तारीफ करते हुए स्थानीय अखबार को बताया,"‘उन्होंने फुर्ती से यह सब किया और अनेकों बच्चों की जिंदगी बचाई." गौरतलब है कि, वैलेंटाइन डे के दिन स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में उसी स्कूल के पूर्व छात्र निकोलस क्रूज ने एआर-15 ऑटोमैटिक राइफल से गोलीबारी कर 15 छात्रों और दो स्कूली कर्मचारियों की हत्या कर दी थी. इसके बाद निकोलस को गिरफ्तार कर लिया गया है, बताय जा रहा है कि हमलावर कि मनःस्थिति ठीक नहीं है.
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