इंदौर : देश में बढ़ते दुष्कर्मो के बीच इंदौर बार असोसिएशन ने किसी भी रेप आरोपी का केस लड़ने से इनकार करते हुए एक सार्थक पहल की है जो क़ाबिले तारीफ है. असोसिएशन का कहना है कि किसी भी तरह के रेप के आरोपी के केस का बहिष्कार किया जाएगा. इंदौर में राजबाड़ा के पास से चार माह की बच्ची के साथ रेप की घटना सामने आई थी. इस मामले में मासूम बच्ची के साथ रेप के मामले में आरोपी जो की करीबी रिश्तेदार निकला को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस घटना के बाद इंदौर सहित पूरे प्रदेश में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने घटना पर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि इंदौर में बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या. हैवानियत की भी हद है. समाज और देश कहॉं जा रहा है ? अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए. गौरतलब है कि इसी बीच आज ही पॉक्सो (POCSO) एक्ट में संशोधन की मांग को मंजूरी दी जा चूकि है और अब इसके तहत 12 साल से कम की बच्चियों के साथ बलात्कार के लिए सजा ए मौत का प्रावधान होगा. देश में लगातार बाद रहे दुष्कर्म के मामलों और हालिया घटित कठुआ में 8 साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार के बाद से कई लोग ऐसे अपराध के लिए फांसी की सजा की मांग कर चुके हैं.
मेनका गांधी ने जब इस प्रस्ताव के बारे में कहा तो उन्हें हर तरफ से इसको लेकर समर्थन मिला. नाबालिगों से बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके प्रधानमंत्री का ध्यान इस ओर खींचा था. अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा था कि सिर्फ 2016 में ही नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार के 19675 मामले हुए. उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री को इन मामलों में तेजी से सुनवाई करके पीड़ितों को न्याय दिलाने का उपाय करना चाहिए. बहरहाल इंदौर बार असोसिएशन का ये कदम एक बड़ा सन्देश भी दे रहा है.
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