नई दिल्ली : देश के औद्योगिक उत्पादन दर (इंडस्ट्रियल आउटपुट रेट) में तेज गिरावट आई है. मार्च में औद्योगिक उत्पादन दर 4.4 प्रतिशत रही है जबकि फरवरी में यह 7.1 प्रतिशत थी.
बता दें कि औद्योगिक उत्पादन में गिरावट का यह सिलसिला जारी है .इसके पहले जनवरी के मुकाबले फरवरी में भी औद्योगिक उत्पादन दर में गिरावट दर्ज की गई थी,तब जनवरी के 7.5 फीसदी के मुकाबले फरवरी में औद्योगिक उत्पादन में 7.1 फीसदी रहा था. दरअसल औद्योगिक उत्पादन में गिरावट का मुख्य कारण नोटबंदी के बाद बिगड़ी भारतीय अर्थव्यवस्था और जीएसटी को लागू करना रहा.लेकिन अब हालात बदल रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि रॉयटर्स के सर्वे में 5.9 फीसदी आउटपुट ग्रोथ का अनुमान लगाया गया था, लेकिन औद्योगिक उत्पादन कम रहा. पिछले पूरे वित्तीय वर्ष (2017-18) में आउटपुट ग्रोथ 4.3 फीसदी ही रहा.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेडिमेड कपड़े, आभूषण और पेपर इत्यादि क्षेत्रों में कम उत्पादन का असर औद्योगिक उत्पादन पर पड़ा .हालाँकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में वित्तीय वर्ष 2016-17 के मुकाबले 0.1 फीसदी की हुई बढ़त इस बात का संकेत है कि बड़ी कंपनियों ने जीएसटी लागू होने के बाद से पैदा हुई समस्याओं पर नियंत्रण पा लिया है और अर्थ व्यवस्था धीरे -धीरे पटरी पर आ रही है .
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