ग्वालियर: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बता दें कि ग्वालियर की जिला अस्पताल मुरार में शनिवार को एक बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा कर दिया। बता दें कि परिजनों ने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत गलत इंजेक्शन से हुई है। वहीं इस संबंध में एडीएम और एसडीएम से भी शिकायत दर्ज कराई गई है। मुरार थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। वहीं कल्याण हॉस्पिटल में बच्चे की मौत के मामले में पीएम रिपोर्ट में लंग्स में फंसी सुपारी के इंफेक्शन को मौत का कारण माना गया है।
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यहां बता दें कि हसनपुरा बिजौली निवासी महेन्द्र जाटव के 7 साल के बेटे सतेन्द्र जाटव को 22 नवंबर को बुखार आया था। शुक्रवार की शाम 7 बजे परिजन बच्चे को जिला अस्पताल मुरार लेकर पहुंचे थे। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर राकेश शर्मा ने उनसे सामने बने निजी क्लीनिक में चेकअप कराने के लिए कहा था। इसके बाद 300 रुपए फीस देकर निजी क्लीनिक पर दिखाया, डॉक्टर की लिखी एक हजार की दवाई भी बाहर से खरीदी थीं। डॉक्टर राकेश शर्मा ने इसके बाद बच्चे को जिला अस्पताल मुरार में भर्ती कर लिया था।
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वहीं परिजनों का कहना है कि सुबह बच्चे को करीब 5-6 इंजेक्शन लगाए गए थे। कुछ देर बाद ही बच्चे की तबियत बिगड़ने लगी, मुंह से झाग निकलने लगे तो डॉक्टरों ने बच्चे को ऑक्सीजन लगा दी। डॉक्टर ने चेकअप के बाद जेएएच रेफर कर दिया, अस्पताल से जो एम्बुलेंस भेजी गई उसमें ऑक्सीजन सिस्टम खराब था। जैसे ही ऑक्सीजन हटी तो बच्चे की मौत हो गई। वहीं परिजन शव को शाम 4 बजे तक अस्पताल परिसर में रखकर बैठे रहे। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए पहुंचाया।
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