जालंधर : पंजाब की जनता को भले ही उपहार में आदमपुर हवार्इ अड्डा मिल गया हो , लेकिन यह एयरपोर्ट पूरी तरह सुरक्षित नहीं है.इसकी सुरक्षा करना पंजाब पुलिस के लिए चिंता के साथ चुनौती बना हुआ है.एयरपोर्ट को शुरू हुए हालांकि दो दिन ही हुए हैं , लेकिन यहां नजर आई कई खामियों को दूर करना जरुरी है, अन्यथा कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.
बता दें कि यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि उद्घाटन वाले दिन नेताओं को बिना जाँच के अंदर जाने दिया गया. इसके अलावा गत दिवस एयरपोर्ट परिसर के अंदर एंट्री गेट पर रौबदार अंग्रेजी बोलने से अंदर प्रवेश करने वाले व्यक्ति के मामले में भी पुलिस की भारी चूक सामने आई है.टिकट बिना चैक किए उसे प्रवेश करने की अनुमति कैसे दे दी. यह बड़ा सवाल है.इस पर एस.एस.पी. (देहाती) गुरप्रीत सिंह भुल्लर से उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका.
गौरतलब है कि 1999 में हुए कंधार विमान अपहरण कांड के पश्चात पूरे भारत में हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सी.आई.एस.एफ. (सेन्ट्रल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फोर्स) जोकि अर्ध -सैनिक बल है, को सौंपी गई है. जो सीधे तौर पर ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के निर्देशन में काम करता है.वहीं अवैध दखलअंदाजी को रोकने के लिए हर हवाई अड्डे पर ए.पी.एस.यू. (एयरपोर्ट सिक्योरिटी यूनिट) के प्रशिक्षितों को तैनात किया गया है.घरेलू विमान कंपनियों की अपनी निजी सुरक्षा व्यवस्था पृथक से है.
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