वाशिंगटन. अमेरिका ने ईरान पर यमन के हाउती विद्रोहियों को मिसाइल मुहैया कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का भी उल्लंघन कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की प्रतिनिधि निकी हेली ने रिपोर्टरों को गत महीने रियाद एयरपोर्ट के पास गिरी एक बैलेस्टिक मिसाइल के अवशेषों को दिखाया. उन्होंने कहा, इस पर मेड इन ईरान के स्टीकर भी हो सकते थे.
उन्होंने यह भी कहा कि ईरान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन कर रहा है. ईरान हालांकि हूती विद्रोहियों को हथियार देने से इनकार करता रहा है. ईरान के मुताबिक ये दावे गैरजिम्मेदार, उकसाने वाले और विध्वंसक प्रवृत्ति के हैं. हाउती विद्रोही 2015 से ही यमन सरकार का समर्थन करने वाली सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना से संघर्ष कर रहे हैं.
निकी हेली ने कहा कि तमाम तकनीकी बारीकियां मसलन पंखों पर स्टैबेलाइज़र का न होना और किनारों पर कई वाल्व लगे होने से जाहिर है कि ये मिसाइल ईरान में बनी है. उन्होंने कहा कि ये मिसाइल सैकड़ों को आम लोगों की जान ले सकती थी और इससे जाहिर है कि "ईरान की सरकार का बर्ताव लगातार ख़राब हो रहा है."
निकी हेली ने कहा कि वो 'पारदर्शिता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बनाए रखने' के लिए सूचनाएं सामने लाने का असामान्य कदम उठा रही हैं. उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया की शांति और सुरक्षा के लिए एक ख़तरा बनी ईरान की सरकार की कलई खोलने के लिए हमें एक आवाज़ में बोलना चाहिए."
ईरानी मिशन के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा, "ये आरोप यमन में अमरीका की मिली भगत से सऊदी अरब की ओर से किए गए युद्ध अपराधों को ढकने की कोशिश भी है." हालांकि रिपोर्ट में ये दावा नहीं किया गया है कि ये मिसाइलें ईरान से आई थीं.
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