भारत में लोग अक्सर कुछ बातों को अंधविश्वास मान लेते हैं लेकिन कई बातें अपने आप में सच भी होती हैं. ऐसी ही एक सच्चाई है कि भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के बारें में बहुत कम लोगों ने इस बात पर गौर किया होगा कि जगन्नाथ रथ यात्रा के दिन बारिश जरूर होती है. जब से ये यात्रा शुरु हुई है तब से लेकर आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि यात्रा के दिन बारिश ना हुई हो. सालों से चली आ रही इस यात्रा में आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि यात्रा के दिन बारिश न हुई हो.
जगन्नाथ यात्रा के आरंभ होने के पहले साल से लेकर अब तक राजाओं के वंशज ही पारंपरिक ढंग से सोने के हत्थे वाली झाडू से जगन्नाथ जी के रथ की सफाई करते हैं।. अब भारत में कोई राजा नहीं है इसलिए पुरी में एक ऑफिशियल राजा बनाया गया है जो मंदिर के बाहर का रास्ता सोने से बने पोछे से साफ करता है.
पुरी में किसी भी जगह से आप मन्दिर के ऊपर लगे सुदर्शन चक्र को देखेगे तो वह आपको सामने ही लगा दिखेगा. यहाँ पर मन्दिर के ऊपर झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में लहराते हुए पाया जाता है सामान्य दिन के समय हवा समुद्र से जमीन की तरफ आती है, और शाम के दौरान इसके विपरीत, लेकिन पूरी में इसका उल्टा होता है.
रथयात्रा के दौरान पुरी रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा
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