हरियाणा: हरियाणा के 20 जिलों में जाट आंदोलनकारियों ने बलिदान दिवस मनाया। इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। धरनास्थलों पर पार्किंग न होने के कारण कई सड़कों पर घंटों जाम लगा रहा।
राज्य के छह जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रही। धरनास्थलों और हाईवे पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहे। बलिदान दिवस शांतिपूर्ण संपन्न होने पर सरकार ने राहत की सांस ली।
सोमवार को पानीपत में सरकार और जाटों के बीच दूसरे दौर की बातचीत होगी। रोहतक के जसिया में रामपाल के अनुयायियों की भी अच्छी तादाद थी।
आंदोलनकारियों के बलिदान दिवस को देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कड़े इंतजाम कर रखे थे। रोहतक सहित प्रदेश के छह जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रही।
रोहतक और भिवानी में इंटरनेट के साथ ही एसएमएस पर भी दिनभर प्रतिबंध रहा। कैथल के देवबन कैंची में दो स्टेट हाईवे पर पांच घंटे यातायात बाधित रहा।
वहां धरनास्थल छोटा पड़ गया और भीड़ हाईवे पर पहुंच गई। भीड़ के कारण व्यवस्था न भंग हो, इसलिए प्रशासन ने कई हाईवे बंद कर दिए थे और कई रूटों पर रोडवेज बसों का परिचालन भी रोक दिया था।
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