हरियाणा: अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति द्वारा 29 जनवरी से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. ऐसे मे रोहतक और अन्य क्षेत्रों में प्रशासन और पुलिस बल अपने इंतजामों में जुट गया है.
रोहतक के अधिकांश क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है. रेलवे स्टेशन समेत राष्ट्रीय एवं राज्य व राजमार्गों से लगभग 500 मीटर दूर या फिर अन्य स्थल पर लोग एक साथ झुंड बनाकर खड़े नहीं रह सकेंगे.
हरियाणा सरकार ने सोनीपत जिले के गन्नौर से होकर निकलने वाली यमुना लिंक नहर की सुरक्षा बढ़ा दी है. पिछले साल हुए आरक्षण आंदोलन के दौरान आंदोलकारियों ने इस नहर पर कब्जा करते हुए दिल्ली की पेयजल आपूर्ति बंद कर दी थी.
वही हरियाणा में 7 हजार होमगार्ड की नियुक्ति कर दी गई है तो दूसरी ओर केंद्र सरकार से भी अतिरिक्त बल की मोंग की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार आरक्षण आंदोलन को उग्र होने से रोकने के लिए प्रशासन प्रयास में लगा है.
गौरतलब है कि इस आरक्षण की मांग बीते वर्ष भी की गई थी. जब आंदोलन किया गया था तो उस दौरान भड़की हिंसा में करीबन 30 लोगों की मौत हो गई थी.
इतना ही नहीं रोहतक और सोनीपत के ही साथ झज्जर में भी बड़े पैमाने पर लोग प्रभावित हुए थे. किसी भी उपद्रव की स्थिति को रोकने के लिए आरएएफ की तैनाती कर दी गई है.
आरएएफ ने क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया. फ्लैग मार्च के दौरान क्षेत्र के लोग सड़कों से निकलते आरएएफ जवानों को देखते रहे. लोगों में जवानों को देखकर कौतूहल छा गया.
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