देश में इंजीनियरिंग क्षेत्र काफी कमजोर होता जा रहा हैं, शिक्षा और नौकरी दोनों की ही देश में खामी हैं. अतः इसे देखते हुए अब बढ़ती बेरोजगारी के कारण इंजीनियरिंग सेक्टर में स्टार्टअप कोर्स शुरू करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल काउंसिल ने अपनी कमर कस ली हैं. और इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. आपको जानकारी के लिए बता दे कि, नए शैक्षणिक सत्र 2018-19 से देशभर के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में स्टार्टअप कोर्स की शुरुआत की जाएगी.
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए जानकारी अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के निदेशक डॉ अनिल सहस्रबुद्धे ने बताया कि, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राजधानी दिल्ली में 24 जनवरी को नया सिलेबस पेश करेंगे. डॉ अनिल ने कहा कि, आईआईटी संस्थानों को छोड़कर देशभर के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए नए सिलेबस को लागू करना अनिवार्य होगा और इसी के मुताबिक पढ़ाई होगी.
डॉ सहस्रबुद्धे ने कहा कि हैंडबुक शिक्षकों के नए सिलेबस को समझने में मदद करेगा और एक नई शिक्षा पद्धति का विकास होगा. इसके अलावा शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग सेशन चल रहे हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में कॉलेज प्रतिनिधियों के लिए वर्कशॉप आयोजित कराए जा रहे हैं. हर एक वर्कशॉप में 10 से 15 प्रमुख कॉलेजों के प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है उन्हें अपने क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों के सिक्षकों के ट्रेनिंग देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है.
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