पालनपुर (गुजरात) : गुजरात में सत्ता की लड़ाई अपने चरम पर है और गुजरात रण भूमि में तब्दील हो चुका है, जहां आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. आरोप-प्रत्यारोप नहीं अब तो रैलियों और काफिलों पर हमलों की घटना भी सामने आने लगी हैं. जी हाँ मिली जानकारी के अनुसार दलित नेता जिग्नेश मेवाणी के काफिले पर वडगांव के टाकरवाडा और पटोपण गांव में कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया.
आपको बता दें की मेवाणी ने सोमवार से ही अपना प्रचार शुरु किया था. वहीं इलेक्शन कैंपेन के दौरान इंडिपेंडेंट कैंडिडेट जिग्नेश मेवाणी के काफिले पर कुछ अनजान लोगों द्वारा धावा बोल दिया गया. इस बात की जानकारी खुद जिग्नेश ने अपने ट्विटर हेंडल से पोस्ट कर के दी. जिग्नेश ने यह भी बताया कि जब से उन्होंने पर्चा भरा है तब से ही समाज उनका पूरा सहयोग कर रहा है. वहीं उन्होंने इस हमले के पीछे भाजपा का हाथ होना बताया.
अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए जिग्नेश लिखते हैं कि - 'दोस्तों... आज मुझ पर बीजेपी के लोगों ने तकरवाड़ा गांव में अटैक किया। बीजेपी भयभीत हो गई है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है, पर मैं तो एक आंदोलनकारी हूं, न डरूंगा न तो झुकुंगा पर बीजेपी को तो हराऊंगा ही।' इस पोस्ट के साथ ही उन्होंने हमले की कुछ तस्वीरें भी साझा की.
#ShamefulAct #गंदी_राजनीति
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) December 5, 2017
दोस्तों आज मुझ पर बीजेपी के लोगोने तकरवाड़ा गांव में अटैक किया, बीजेपी भयभीत हो गयी है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है पर में तो एक आंदोलनकारी हूँ, न डरूंगा न तो झुकुगा पर बीजेपी को तो हराऊंगा ही। pic.twitter.com/wOlLLfhFef
गौरतलब है कि जिग्नेश मेहसाणा के रहने वाले हैं और पेशे से सोशल एक्टिविस्ट और वकील हैं। दलितों को मरे जानवर न उठाने और मैला न ढोने की शपथ उन्होने अपने 'आजादी कूच आंदोलन' के दौरान दिलाई थी. इसमें उन्होंने तकरीबन 20 हज़ार दलितों को इस बात कि शपथ दिलाई थी. इस आंदोलन के तहत ही जिग्नेश ने नारा दिया था कि - "गाय की पूंछ तुम रखो, हमें हमारी जमीन दो।"
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