क्रिकेट भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर और भविष्य के सचिन माने जाने वाले विराट कोहली जो रिकॉर्ड कायम नहीं कर सके वह टीम इंडिया की नई सनसनी करूण नायर कर चुके है। उन्होंने चेन्नई में बनाए अपने पहले तीहरे शतक के जरिए यूं तो कारनामे किए लेकिन उन्होंने वह रिकॉर्ड बनाए जो अभी तक भारत की तरफ से यह दोनों बड़े बल्लेबाज नहीं कर कर पाएं।
तो जानिए इस नई किक्रेट सनसनी के रिकॉर्ड-
-सचिन तेंडुलकर ने अपने करियर में कभी तिहरा शतक नहीं लगा पाए। जबकि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली भी अभी तक अपने करियर में यह कारनामा नहीं कर पाए। वहीं, करूण नायर ने तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए। वह वीरेन्द्र सहवाग के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज है।
-करूण नायर पहली सेन्चुरी को सबसे ज्यादा स्कोर में बदलने वाले दुनियाभर के टेस्ट क्रिकेटरों में तीसरे बैट्समैन और पहले भारतीय हैं। यह कारनामा भी सचिन और विराट नहीं कर पाए। मेडन सेन्चुरी पर हाईएस्ट स्कोर का रिकॉर्ड सर गैरी सोबर्स के नाम है। उन्होंने 1958 में पाकिस्तान के खिलाफ किंग्स्टन टेस्ट में 365 रन बनाए थे। जबकि बॉब सिम्प्सन ने 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में 311 रन बनाए थे। इन दोनों के बाद तीसरे नंबर पर अब नायर है। उन्होंने नाबाद 303 रन बनाए।
सचिन, लक्ष्मण और द्रविड़ को भी छोड़ा पीछे
क्रिकेट की इस नई फायर ने तीन दिग्गज क्रिकेटरों के करियर बेस्ट को अपने तीसरे ही टेस्ट में पीछे छोड़ दिया। सचिन ने 200 टेस्ट खेले और उनका करियर बेस्ट 248 नॉट आउट था। उन्होंने दिसंबर 2004 में ढाका टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ यह इनिंग खेली थी। क्लासिक बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने मार्च 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में 281 रन की इनिंग खेली थी। वहीं अपने गॉडफॉदर राहुल द्रविड़ ने अप्रैल 2004 में रावलपिंडी टेस्ट में पाक के खिलाफ 270 रन बनाए थे।
विनोद कांबली का 23 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
बता दें, करूण नायर से पहले कोई भी भारतीय करियर की पहली सेन्चुरी को ट्रिपल सेन्चुरी में नहीं बदल सका था। नायर से पहले 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ विनोद कांबली ने पहली सेन्चुरी लगाकर कुल 224 रन बनाए थे। वहीं, दिलीप वेंगसरकर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 1965 में अपनी पहली सेन्चुरी को डबल सेन्चुरी में तब्दील किया था। वे 200 पर नॉटआउट रहे थे।