नई दिल्ली: कश्मीर में फिर हिंसा की आग भड़क उठी है। शनिवार को सुबह से ही जहां हिंसक प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है वहीं प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में 20 से अधिक लोगों के घायल होने संबंधी खबर मिली है।
गौरतलब है कि बीती 8 जुलाई से ही घाटी के हालात बेकाबू हो गये थे। इसके बाद सुरक्षा बलों ने भले ही मोर्चा संभाला लिया था, बावजूद इसके हालात काबू में नहीं आये तो कश्मीर समेत अन्य लगभग सभी इलाकों में कफ्र्यू लगा दिया गया था। हालांकि लगभग तीन दिन पहले कश्मीर ओर अन्य इलाकों से कफ्र्यू हटा लिया गया था, लेकिन शनिवार को एक बार फिर घाटी के हालात बिगड़ गये है।
आपको बता दें कि कश्मीर में कल 4 सितंबर को सर्व दलीय डेलिगेशन जायेगा। यह दो दिनों तक घाटी में रहकर शांति बहाल करने के लिये राजनीतिक दलों से विचार विमर्श करेगा, लेकिन डेलिगेशन जाने के एक दिन पहले ही कश्मीर की स्थिति फिर से बिगड़ गई है।
बताया गया है कि अलगावादियों ने डेलिगेशन का बहिष्कार करने का निर्णय लेते हुये विरोध में जुलूस निकालने का आह्वान किया है। शनिवार को भी सुबह अलगाववादियों और उनके समर्थकों द्वारा जुलूस निकालते हुये प्रदर्शन किया गया था। सुरक्षा बलों ने पहले तो जुलूस न निकालने के लिये समझाया, लेकिन इसके बाद भी जब समझाइश का असर नहीं हुआ तो फिर सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच समाचार लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी थी।