व्यक्ति जब परेशानियों से घिरा रहता है, तो उसे सबसे पहले सिर्फ भगवान का ही ख्याल आता है और वह पूजा-पाठ में लग जाता है। उसके मन में पूजा-पाठ करते समय बस यही चलता है कि अब जो भी मुसीबत आयी है, उसका समाधान भगवान ही करेंगे। लेकिन क्या ऐसा हो पाता है? आपके पूजा-पाठ करने से समस्या का समाधान मिल पाता है? अगर मिल जाता है तो आपके लिए अच्छा है, लेकिन ऐसा सभी के साथ हो ये जरूरी तो नहीं, बहुत से लोग पूजा-पाठ करके थक जाते हैं, लेकिन उन्हे फल की प्राप्ति नहीं होती। आज हम आपसे कुछ इसी विषय पर चर्चा करने वाले हैं, यहां पर हम जानेगें कि पूजा-पाठ के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जिससे हमारी पूजा फलदायी हो।
घर के मंदिर में सुबह एवं शाम दीपक अवश्य जलाएं, एक दीपक घी का और एक दीपक तेल का जलाना चाहिए। सूर्य, गणेश, दुर्गा, शिव और विष्णु, ये पंचदेव कहलाते हैं, इनकी पूजा सभी कार्यों में अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए। प्रतिदिन पूजन करते समय इन पंचदेव का ध्यान करना चाहिए। इससे लक्ष्मी कृपा और समृद्धि प्राप्त होती है।
प्लास्टिक की बोतल में या किसी अपवित्र धातु के बर्तन में गंगाजल नहीं रखना चाहिए। अपवित्र धातु जैसे एल्युमिनियम और लोहे से बने बर्तन। गंगाजल तांबे के बर्तन में रखना शुभ रहता है।
मां लक्ष्मी को विशेष रूप से कमल का फूल अर्पित किया जाता है, इस फूल को पांच दिनों तक जल छिड़क कर पुन: चढ़ा सकते हैं।
किसी भी पूजा में मनोकामना की सफलता के लिए दक्षिणा अवश्य चढ़ानी चाहिए।
बुधवार और रविवार को पीपल के वृक्ष में जल अर्पित नहीं करना चाहिए।
राशि के अनुसार पेड़-पौधों के माध्यम से करें समस्याओं का समाधान
घर के इस हिस्से में बिलकुल भी न लगाएं भगवान की तस्वीर