कोच्ची: केरल की एक 43 वर्षीय नन ने रोमन कैथोलिक चर्च को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रोमन कैथोलिक चर्च ने उनके साथ हुए अपराध के खिलाफ चुप्पी नहीं तोड़ी, तो लोगों का विश्वास चर्च से उठ जाएगा. नन ने सवाल उठाते हुए कहा है कि इन जघन्य आरोपों पर रोमन कैथोलिक चर्च अभी तक चुप क्यों है ? नन ने जलंधर के रोमन कैथोलिक डायोसीज के बिशप फ्रांको मुलक्कल पर आरोप लगाया है कि 2014 में एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा करने के बहाने उन्हें बुलाए जाने के बाद उनके साथ बलात्कार किया, जिसके बाद में बिशप ने अगले दो वर्षों में कथित तौर पर 13 बार बलात्कार किया.
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एक न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक नन ने इसी सम्बन्ध में 8 सितम्बर को भारत की 'होली सी' संस्था के प्रतिनिधि को 7 पन्नों का एक पत्र भी लिखा है. उन्होंने लिखा है कि "मुझे लगता है कि इस मामले पर चुप रहने और आरोपियों के बचाव में आने से चर्च, समाज के सामने अपनी विश्वसनीयता खो सकता है." उन्होंने लिखा कि इसका भारत की महिलाओं पर बहुत ही प्रतिकूल असर पड़ेगा, कि उनके पास कैथोलिक चर्च में विश्वास करने के बजाए खुद की गरिमा को बचने के लिए प्रतिक्रिया करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा."
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याचिका को भारत में रोमन कैथोलिक चर्च के 21 अन्य उच्च रैंकिंग अधिकारियों के लिए भी चिह्नित किया गया है. आपको बता दें कि आरोपी बिशप की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर केरल में पिछले चार दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें कानून और चर्च दोनों तरफ से सहायता नहीं मिल रही है, क्योंकि आरोपी बिशप, कैथोलिक चर्च का एक बड़ा अधिकारी है.
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