क्या आपको मंदिरों में होने वाले अभिषेक के पीछे का कारण मालूम है.अभिषेक, मंदिर में मूर्ति का होता है जो कि संगमरमर से निर्मित होती है. अभिषेक के दौरान मूर्तियों में प्राण-प्रतिष्ठा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि मूर्ति में ईश्वर के प्राणों को स्थापित किया जाता है कई बार, मंदिरों में अभिषेक विधि नहीं करवाई जाती थी,
लेकिन अब घर या हो या मंदिर, मूर्ति की स्थापना से पूर्व अभिषेक अवश्य करवाया जाता है. इसकी विधि निम्न प्रकार होती है:
1-सबसे पहले कुमकुम लगाया जाता है. सभी मूर्तियों को कुमकुम लगाना आवश्यक होता है.
2-दूध को सबसे पवित्र माना जाता है. दूध में कई सौंदर्य गुण होते हैं और इसी कारण, इससे अभिषेक करना अनिवार्य होता है. इससे मूर्ति को स्नान करवाया जाता है.
3-दूध के बाद दही से मूर्ति को स्नान करवाया जाता है. पंचामृत में भी दही डाला जाता है. माना जाता है कि इससे बच्चों को आर्शीवाद मिलता है.
4-शहद बहुत महत्वपूर्ण तत्व होता है. पंचामृत में शहद भी डाला जाता है. चूंकि इसका स्वाद मीठा होता है इसलिए, भाषा और बोली में भी मधुरता आ जाती है और शायद इसी कारण, मूर्तियों को इससे अभिषेक करवाया जाता है ताकि आपमें इससे अभिषेक करते समय मधुरता समाहित हो सकें.
5-गन्ने का रस या चीनी; दोनों में से किसी एक का इस्तेमाल पंचामृत में किया जाता है, इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है और नकारात्मक विचार, मन में नहीं आते हैं, साथ ही शरीर भी दुरूस्त रहता है. शायद इन्ही गुणों को ध्यान में रखते इससे अभिषेक करवाया जाता है.
जाने क्यों करते है अस्थियो को गंगा में विसर्जित