कहते है की बेल के पेड़ को साक्षात शिव का वास होता है. हमारे पुराणों में बताया गया है की जितने भी तीर्थ हैं उन सबमें स्नान करने का जो फल है वह बेल के वृक्ष के नीचे स्नान करने मात्र से प्राप्त हो जाता है. बिल्व की जड़ के पास किसी शिवभक्त को घी सहित अन्न, खीर या मिष्ठान्न दान करता है, वह कभी दरिद्रता या धनाभाव से ग्रसित नहीं होता.
बेल के पेड़ को घर में लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होकर सारे संकटो को दूर करती है. अगर सुबह शाम बेल के पेड़ में जल अर्पित किया जाते तो पितर तृप्त होते है. माना जाता कि घर में बेल का पेड़ लगाने से उस घर में माँ लक्ष्मी की स्थाई रूप से वास होता है. बेल के वृक्ष का सुबह शाम दर्शन करना चाहिए इससे जाने अनजाने में हुए पापो का नाश होता है. बेल के वृक्ष को घर में लगाने से वंश वृद्धि होती है पर जो भी व्यक्ति उस पेड़ को नुक्सान पहुंचाता है वह घोर पाप का भागी बनता है
ये है नवरात्री में माँ को चढ़ाये जाने वाले अलग अलग प्रसाद