आज हम आपको गणेशजी के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जो तंत्र सिद्धि के लिए मशहूर है.हिमांचल के मंडी जिले में स्थित यह मंदिर एक अकेला मंदिर है जहा तंत्र साधना की जाती है.
इस मंदिर स्थापित गणेशजी की प्रतिमा काफी प्राचीन है.जिसे 1686 ई में मंडी रियासत के तत्कालीन राजा सिद्ध सेन ने स्थापित करवाया था. राजा की तंत्र विद्या में काफी रूचि थी. इसलिए उन्होंने इस मूर्ति की तांत्रिक शक्तियों से सिद्धि करवाई .इस मंदिर में रोज भगवान गणेश की मूर्ति पर रोज सिंधूर से लेप किया जाता है और मूर्ति के गले में हर वक्त नाग देवता भी विराजमान रहते हैं.
सांप को भी तंत्र विद्या बहुत महत्वपूर्ण माना गया है.इसीलिये जब इस मूर्ति का निर्माण करवाया तो इसमें नाग देवता की छवि को भी उभारा गया, जिसके बाद इसकी सिद्धि करके इसे सिद्ध गणपति का नाम दिया गया.
अगर आप इस तांत्रिक प्रभाव वाले मंदिर में 21 बुधवार आकर पूजा अर्चना करते है तो मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. यहाँ के लोगों की इस मंदिर के प्रति अटूट आस्था है.
सच्ची आस्था से प्रसन्न होते है भोलेनाथ