रतलाम: पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल में शनिचरी अमावस के दिन रेलमंत्री पीयूष गोयल एक हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाओंं का उज्जैन व इंदौर में भूमिपूजन व लोकार्पण करेंगे जिस पर विवाद खड़ा हो गया है क्योकि भारतीय ज्योतिष के अनुसार अमावस के दिन कोई शुभ काम नहीं किया जाता है ये बाद समूचे भारत के ज्योतिष विश्वविद्यालयों से लेकर आम जान तक को पता है कि अमावस के दिन कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है एेसे में पियूष गोयल के द्वारा किया जाने वाला भूमिपूजन सवालो के घेरे में है.
ज्योतिषी शनिचरी अमावस के दिन हो रहे इस आयोजन का मुहूर्त किस पंडित या ज्योतिष से रेलवे ने निकलवाया है इसका अभी पता नहीं चला है. अन्य ज्योतिषियों के अनुसार इससे रेल दुर्घटनाओं में इजाफा हो सकता है. रतलाम राज परिवार के ज्योतिषी पंडित अभिषेक जोशी के अनुसार 17 मार्च शनिवार को शनिश्चरी अमावस शाम को 6 बजकर 41 मिनट तक रहेगी. पहली बात तो अमावस के दिन किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं होती है. एेसे में भूमिपूजन को तो विशेष रुप से भारतीय ज्योतिष में वर्जित बताया गया है.
17 मार्च को उज्जैन व इंदौर में होने जा रहे रेलवे के भूमि पूजन व अन्य आयोजन के दौरान क्षीण या कमजोर चंद्रमा होने से समय पर काम पूरा नहीं होगा व इसमे बार-बार बाधा आएगी. इतना ही नहीं, कार्य स्थल से लेकर भारतीय रेलवे में इस दिन पूजन कार्य होने से अगले 45 दिन तक दुर्घटनाएं बढऩे के योग बनेंगे. क्योकि ग्रहों के अनुसार देखा जाए तो रेलवे का सीधा संबध शनि से है व अचानक होने वाली दुर्घटनाएं राहु की वजह से होती है.
रेलवे ने बढ़ाई आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि
ट्रेन से लापता हुई भारतीय मूल की महिला
50 हज़ार रेलकर्मी करेंगे संसद का घेराव