आधार कार्ड डाटा या पर्सनल डाटा लीक पर कानून !

आधार कार्ड डाटा या पर्सनल डाटा लीक पर कानून !
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लोगो की प्राइवेट डाटा को लीक करना ओर उसे किसी पब्लिक पोर्टल पर पब्लिश करना भी कानूनी तौर पर गलत होता है, वैसे इस विषय पर चर्चा करने का मकसद लोगो को उनके अधिकारको के प्रति सजग करना है. हालही में आये अपडेट से आप रूबरू होंगें. झारखण्ड वेबसाइट पर 10 लाख से भी ज्यादा लोगो के पर्सनल डाटा को लीक कर दिया है. उन डाटा में मूलभूत  पेंशनकारी, आम आदमी एव काफी नागरिकगण का डाटा सम्मिलित है. आधार

कार्ड नंबर के प्रकाशन अधिनियम :

यदि आधार कार्ड अधिनियम की धारा 39 (A) का उलंघन करता है तो ऐसी घटना आपको पता होगी भारतीय वरिष्ठ पहचान प्राधिकरण UIDAI ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान  एम.एस.धोनी  के आधार कार्ड नंबर  को प्रकाशित करने के कारण सर्विस प्रोवाइडर को 10 साल के लिए ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है.

राज्य के समाजिक कल्याण सचिव के अधिकारी M.S. भाटिया ने बताया " इस इनफार्मेशन के बारे में उन्हें एव उनकी टीम को पता चल गया है ,हमारे प्रोग्रामर इस पर कार्य कर रहे है". सरकार एव UIDAI  को ऐसी घटनाओ को कम करने के बारे में विचार करना चाहिए.  

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