आईसीआईसीआई बैंक सीईओ और एमडी चंदा कोचर और उनके पति वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमुख वेणुगोपाल धूत को 3250 करोड़ रुपये लोन देने के मामले में फसते नज़र आ रहे है. धूत समेत इन तीनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. चंदा के देवर से दूसरे दिन भी पूछताछ की गई. लुक आउट नोटिस एक इंटरनल सर्कुलर जैसा होता है, जिसमें जांच एजेंसी को किसी शख्स के बारे में जिस तरह की जानकारी चाहिए होती है उसे उस हिसाब से जारी की जाती है और इसमें उसे रोकने से लेकर गिरफ्तारी तक शामिल है. यह नोटिस सीधे एयरपोर्ट इमीग्रेशन विभाग को भेजा जाता है और उसे देश से बाहर नहीं जाने और उससे संबंधित सूचना देने के लिए निर्देश दिए जाते हैं. गुपचुप तरीके से यह जानकारी दी जाती है जिसका पता उसे खुद न चले.
इसी केस के सिलसिले में जांच कर रही सीबीआई ने राजीव कोचर से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की. सीबीआई ने राजीव से शुक्रवार को करीब आठ घंटे तक पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक राजीव का आमना-सामना कागजी सबूतों से कराया गया. इसके पहले बृहस्पतिवार को राजीव से सीबीआई ने छह घंटे पूछताछ की थी.
राजीवको मुंबई एयरपोर्ट पर तब इंटर्सेप्ट किया गया था जब वो देश से बाहर जा रहे थे. उसके बाद सीबीआई को जानकारी दी गई और उसने मुंबई के दफ्तर में उनके साथ पूछताछ शुरू कर दी. शुरुआत में राजीव जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार को जब सीबीआई ने उनका आमना-सामना कागजी सबूतों के साथ कराया तो मुश्किलें बढ़ती नजर आई. बता दे कि PNB घोटाले के बाद देश मे रोज नए घोटालों का खुलासा हो रहा है.
आईसीआईसीआई बैंक से सीबीआई आज करेगी पूछताछ
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