नई दिल्ली: देश में इस समय चुनावी माहौल बना हुआ है और मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले जहां नेता दल-बदल रहे हैं तो वहीं पार्टियां भी अपने नेता को बाहर का रास्ता दिखाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। यहां बता दें कि कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं अनुशासन हीनता के आरोपों के बाद पार्टी ने चतुर्वेदी को पार्टी से निष्कासित करने का आदेश दिया है।
यहां बता दें कि चतुर्वेदी पर समाजवादी पार्टी का प्रचार करने का आरोप लगा है। वहीं पार्टी से बाहर निकाले जाने के बाद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कांग्रेस को थैंक्स बोला है। दरअसल सत्यव्रत चतुर्वेदी बेटे नितिन चतुर्वेदी को टिकट न मिलने के कारण कांग्रेस से नाराज चल रहे है। जिसके चलते कई दिनों से वह लगातार अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते जा रहे हैं और पार्टी का साथ देने के बजाए उसका विरोध कर रहे हैं। अब ऐसे में पार्टी ने उनके बयानों को लेकर नाराजगी जाहिर की तो वरिष्ठ नेता ने अपनी ही पार्टी को चुनौती दे दी।
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यहां बता दें कि कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि अगर पार्टी में हिम्मत है तो पार्टी मुझे बाहर निकाल कर दिखाए। जिसके बाद पार्टी द्वारा गंभीर रूप अपनाते हुए सत्यव्रत को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। यहां बता दें कि सत्यव्रत 1980-84 और 1993-97 विधायक मध्य प्रदेश विधानसभा, 1983-84 उप मंत्री मध्य प्रदेश सरकार, 1999 फरवरी से 2004 सदस्य तेरहवीं लोकसभा, 3 अप्रैल 2012 से 2 अप्रैल 2018 तक राज्यसभा सांसद रहे हैं और साथ ही सत्यव्रत चतुर्वेदी तमाम महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा भी रहे हैं।
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