हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है, कि उसका अपना घर हो और यह घर खुशियों से भरा हो. इसीलिए जो लोग घर खरीद रहे हैं, निर्माण करने वाले हैं या गृहप्रवेश करते हैं वह नवरात्र और दीपावली के शुभ दिनों में ही गृहप्रवेश या घर की नींव रखते हैं.प्रकृति में महावस्तु सदियों से विद्यमान है, यह पांच तत्वों और चारों दिशाओं में मौजूद है, महावास्तु इन सभी के बीच के रिक्त स्थान को भरता है. यह मूल रूप से जीवन में सद्भाव के लिए जाना जाता है.
घर और ऑफिस के लिए ध्यान रखें ये बातें...
1-बच्चों के कमरे के पूर्व, उत्तर में होना चाहिए.
2-शौचालय कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनाना चाहिए.
3-नव विवाहित जोड़े का बेडरूम उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. यह स्थिति आदर्श मानी जाती है.
4-कार्यालय में शौचालय के लिए दक्षिण दिशा बेहतर है. ध्यान रखें टॉयलेट सीट को या तो दक्षिण से उत्तर या पश्चिम से पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए.
5-महावस्तु के अनुसार, घर में दक्षिण दिशा से पहला प्रवेश द्वार बच्चों को विशेष रूप से परिवार के लड़कों पर नकारात्मक प्रभाव पैदा करता है. जब की पूर्व दिशा की ओर से यदि पहला प्रवेश द्वार है तो यह सफलता लाता है.
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