कोलंबो : मालदीव की कुछ ब्रिटिश कालीन मूर्तियों को इस्लाम के लिए अपमानजनक बताया गया है. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने इन मूर्तियों को अपमानजनक बताकर उन्हें मंगलवार को तोड़ दिया है. आपको बता दें, कि इसका फैसला यामीन ने जुलाई में ही लिया था और इन मूर्तियों को तोड़ने का आदेश भी दे दिया था. जुलाई में इसका आदेश के बाद भी इस पर काम हाल ही में शुक्रवार को शुरू किया गया.
इन मूर्तियों के बारे में आपको बता दें, ये ऐतिहासिक मूर्तियां जेसन डिकैरस टेलर के द्वारा बनाई गई हैं जिन्हें मालदीव के एक रिसोर्ट में रखा गया था जहां ये धातु के कंटेनर में रखी हुई थी. दरअसल, मालदीव का आधिकारिक धर्म इस्लाम मूर्ति निर्माण को प्रतिबंधित करता है और इसी वजह से ये मूर्ति भी तोड़ी जा रही हैं. जुलाई में इन मूर्तियों को मालदीव में लगाया था और तभी कुछ धर्म गुरु ने इनकी आलोचना की थी. साथ ही ये भी कहा जाता है इन मूर्तियों का इस्लाम से कोई नाता नहीं है.
यामीन ने जुलाई में कहा था कि 'कोरालारियम’ सीरिज की ये मूर्तिओं को इसलिए नाहट किया जा रहा है क्योंकि लोगों की भावनाएं इनके खिलाफ हैं और इसी को देखते ये फैसला लिया गया है. जुलाई से इन मूर्तियों पर विवाद चल रहे हैं लेकिन अब तक इस आदेश का पालन नहीं गया था पर अब इन्हें नष्ट किया जा रहा है. यामीन के चुनाव हारते ही इन मूर्तियों की तोड़फोड़ का काम शुरू कर दिया जिस पर कई सवाल भी उठ रहे हैं.
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