नई दिल्ली : राजस्थान के उप चुनावों में हार से डरी भाजपा ने मिशन-2019 में सफलता पाने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी संसदीय दल की बैठक में पी.एम. नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सांसदों को कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए टिफिन चर्चा का मंत्र दिया.
उल्लेखनीय है कि भाजपा की यह योजना संघ की शैली पर आधारित है , जिसे गुजरात चुनाव में आजमाया भी जा चुका है . इस टिफिन पार्टी के जरिये सभी सांसद अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के बूथ क्षेत्र में जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भोजन के दौरान उनकी नाराजगी दूर कर मोदी सरकार की उपलब्धियों और नीतियों के बारे में जानकारी देंगे. इस भोजन कूट नीति के तहत पीएम मोदी और अमित शाह भी दलित और ओ.बी.सी. कार्यकर्ताओं के घर खाना खाने जाते रहे हैं.
इसके लिए सांसदों को वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण की बुकलैट भी दी है , ताकि उसके आधार पर सांसद अपने क्षेत्र में मोदी सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार कर यह बता सके कि सरकार ने जनता के लिए क्या -क्या कार्य किये. सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र में अधिक सक्रियता बढ़ाने और कोई भी एंटी इन्कम्बैंसी का माहौल न बनने देने के साथ सरकार की उपलब्धियां जनता तक ले जाने के निर्देश दिए हैं.
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