बिहार: हाल ही में सरकार ने माओवादियों से निपटने के लिए करोड़ोंरुपए की मोबाइल योजना पास की है. इसी बीच बिहार के मुंगेर जिले में माओवादियों ने सात वाहनों को आग लगा दी. ये वाहन जिले की खड़गपुर झील से गाद निकालने के काम मे जुटे थे. देर रात हुई इस घटना की सूचना पर पहुंची ऐंबुलेंस के आने के पहले सातों वाहन पुरी तरह जल चुके थे. खड़गपुर अनुमंडल अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि बुधवार की रात को खड़गपुर झील से गाद निकालने का काम चल रहा था. इस काम के लिए चार पोकलेन, दो हाईवा वाहन और एक मोटरसाइकल को लगाया गया था. इसी दौरान प्रतिबंधित नक्सली संगठन बीकेपी (माओवादी) के सदस्य वहां आ गए. उन्होंने काम बंद करने को कहा.
आरोप है कि उन्होंने काम कर रहे लोगों से लेवी( चंदा ) मांगी. उन्होंने चंदा देने से मना कर दिया तो माओवादियों ने वाहनों को आग लगा दी. प्रत्याक्षदर्शी वाहन और उपकरण चालकों ने बताया कि एक दर्जन से भी ज्यादा माओवादी चंदा वसूलने आए थे.
उन्होंने वाहनों को जलाने के बाद नारेबाजी की और वहां से फरार हो गये। संजीव ने बताया कि पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला मौके पर पहुंच गये हैं और माओवादियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के साथ साथ अन्य राज्यों में भी माओवाद का मुकाबला करने के लिए केंद्र सरकार ने देशभर के जिलों में कुल 4072 नए मोबाइल टावर लगाने का काम शुरू कर दिया है. जिन पर करीब 7 हजार 3 सौ 30 करोड़ रूपए का खर्च किया जाना है.
माओवाद से मुकाबले के लिए 7330 करोड़ रूपए का खर्च
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नक्सलियों ने गाड़ियों में आग लगाई