भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली स्थित नए कार्यालय पर आज अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा जीत पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया. मोदी ने अपने भाषण की जैसे शुरुआत की वैसे ही अजान का समय हो चला था. अजान के कारण मोदी ने अपने भाषण को कुछ समय के लिए रोक रखा था. उसके बाद फिर जारी रखते हुए मोदी ने त्रिपुरा जीत पर देशवासियों और त्रिपुरा के नागरिकों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद कहा.
मोदी ने आगे कहा कि, "भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने शहादत दी है, राजनीतिक विचारधारा के कारण हमारे निर्दोष कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है. माओवादी विचारधारा, लेफ्ट पार्टियों ने बरसों से जुल्म किया है. यह लोकतंत्र की ताकत है कि गरीब से गरीब और अनपढ़ मतदाता ने भी वोट से इन सभी को जवाब दिया है. कार्यकर्ताओं की मौत का दुःख जितना हमें है उतना ही त्रिपुरा की जनता को भी है."
"2014 से मैं लगातार देख रहा हूँ, जो लोग लोकतंत्र की दुहाई देते है, वह पराजय को पचा नहीं पा रहे है. लोकतंत्र में हार जीत लगी रहती है. नार्थ-ईस्ट के सभी कार्यकर्ताओं को मैं बधाई देता हूँ. हार पर वामपंथियों का बयान चौंकाने वाला है. यह जीत उन कार्यकर्ताओं के लिए समर्पित है जिन्होंने अपनी जान कुर्बान कर पार्टी को बचाएं रखा है. सामान्य लोगों तक भी भाजपा की सच्चाई पहुंची है. जनता का गुस्सा वोट के जरिये बाहर निकल रहा है. भाजपा ने शून्य से शिखर तक की यात्रा की है. वास्तुशास्त्र वाले लोग एक मान्यता रखते है उसके हिसाब से नार्थ-ईस्ट का कोना बहुत अहम होता है. उसी तरह अब घरों की तरह मेरे देश का नार्थ-ईस्ट भी सुरक्षित है."
जिस त्रिपुरा में जमानत नहीं बची थी वहां इतनी बड़ी जीत कैसे?जानिए