यदि विवाह में बाधा आ रही है या फिर बनती बात बिगड़ रही है तो फिर उज्जैन में स्थित बृहस्पति मंदिर में जरूर आना चाहिये। यहां पूजन अर्चन और प्रार्थना करने से विवाह में आने वाली बाधाएं जरूर समाप्त हो जाती है। मध्यप्रदेश के हृदय स्थल उज्जैन ही एक मात्र ऐसा शहर है जहां देव गुरू बृहस्पति का मंदिर स्थित है। चुंकि उज्जैन भगवान शिव की भूमि है इसलिये देव गुरू बृहस्पति भी यहां शिवलिंग के रूप में विराजमान है।
गुरूवार के दिन बृहस्पति मंदिर में दर्शन करने वालों का तांता लगा रहता है तथा जिन लोगों का विवाह नहीं होता है वे भी गुरूवार के दिन यहां आकर पीली पूजन करते है तथा इस पूजन के बाद निश्चित ही विवाह में आने वाली बाधा समाप्त हो जाती है। उज्जैन में आकर गुरूवार के दिन बृहस्पति मंदिर में दर्शन पूजन करना चाहिये। यहां पीली वस्तुओं को अर्पण करने का शास्त्रोक्त विधान है। देव गुरू बृहस्पति मंदिर उज्जैन के गोलामंडी क्षेत्र में है।