हिंदू धर्म ग्रंथों में तीसरी आंख का धार्मिक वर्णन मिलता है, और भगवान शंकर में तीसरी आंख होने की बात भी कही गई है. हालांकि तीसरी आंख को देखा किसी ने नहीं, यह केवल मानसिक चेतना की बात है.हम आपको थर्ड आई यानी तीसरी आंख पर मसाज के तरीके और इससे होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं.
प्राचीन परंपराओं में ही कई वर्तमान समस्याओं का उपचार निहित है. तीसरी आंख हमारी दोनों भौंहों के बीच का हिस्सा है. इस पर मसाज करने के कई फायदे हैं – जैसे इससे दिमाग को केंद्रित करने में मदद मिलती है, इससे तनाव दूर होता है, यह आंखों की थकान भी दूर करता है, इसके अलावा इसके कई दूसरे अन्य फायदे भी हैं. योग में भी इसक बहुत अधिक महत्व है, इसको जाग्रत करने के लिए कई योग और ध्यान मुद्रायें भी हैं.
तीसरी आंख के बिंदु पर मसाज करने के लिए मन को शांत कर लेट जायें. दोनों आंखों को बंद कर लें. फिर दोनों अंगूठों से भौंहों के बीच में दबाव डालें. हाथों की दूसरी उंगलियों से सिर के दूसरे हिस्सों को पकड़ें. मसाज के दौरान अंगूठों को बिंदु से दूर ले जाकर आराम से पास ले आयें. शुरू में हल्का दबाव डालें, फिर दबाव और बढ़ा सकते हैं. शरीर को अच्छा अहसास होने तक मसाज करें. इससे तनाव और थकान तुरंत छूमंतर हो जायेगा.