दिल्ली: इराक में बंधक बनाए गए 39 भारतीयों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. मोदी ने कहा कि एमईए ने भारतीयों को बचाने की काफी कोशिश की सरकार विदेश में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये‘ पूरी तरह’ प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा कि प्रत्येक भारतीय उन लोगों के साथ दुख में शामिल है जिन्होंने मोसुल में अपने प्रियजन को खो दिया. हम शोक मग्न परिवार के साथ एकजुट हैं और मोसुल में भारतीयों के प्रति अपना सम्मान प्रकट करते हैं.
Every Indian grieves with those who lost their loved ones in Mosul. We stand in solidarity with the bereaved families and pay our respects to the Indians killed in Mosul.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2018
बता दें कि आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय और खासतौर पर मेरी सहकर्मी सुषमा स्वराज जी और जनरल वी के सिंह जी ने मोसुल में इन भारतीयों का पता लगाने और उन्हें सुरक्षित वापस लाने के प्रयास में कोई कमी नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा कि सरकार विदेश में हमारे भाई- बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
The MEA and particularly my colleagues @SushmaSwaraj Ji and @Gen_VKSingh Ji left no stone unturned in trying to trace and safely bring back those we lost in Mosul.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2018
Our Government remains fully committed towards ensuring the safety of our sisters and brothers overseas.
ज्ञात हो कि राज्यसभा में एक भाषण में विदेश मंत्री सुषमा c ने 39 लापता भारतीयों की मौत की पुष्टि की और कहा कि इराकी अधिकारियों ने 38 लोगों के डीएनए नमूनों का मिलान किया है. 39वें व्यक्ति के डीएनए का 70 फीसदी मिलान हो सका. बाद में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने उन सवालों का जवाब नहीं दिया जिसमें उनसे पूछा गया कि कब इन भारतीयों की हत्या की गई. स्वराज ने कहा कि यह अप्रासंगिक है क्योंकि शवों को तभी बरामद किया जा सकता था जब मोसुल को आईएसआईएस से मुक्त कराया गया. मोसुल शहर को पिछले साल जून में आईएसआईएस के नियंत्रण से मुक्त कराया गया था.
मोदी सरकार में केवल अमीरों की कर्ज माफ़ी - राहुल
रूसी राष्ट्रपति पुतिन को प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
2019 में बनेगा 'मोदी मुक्त भारत'- राज ठाकरे