नई दिल्ली : अब अंधेरे में डूबे 18 हजार से अधिक गांवों में बिजली पहुंच जाने से वे रोशन हो गए हैं .15 अगस्त 2015 को दिल्ली के लाल किले से पीएम मोदी द्वारा एक हजार दिन के भीतर गांवों में बिजली पहुंचाने की घोषणा की थी .मोदी सरकार ने यह मुकाम हासिल कर लिया है.अब मार्च, 2019 तक हर घर को बिजली देने का काम किया जाएगा.
इस बारे में केंद्रीय बिजली मंत्रालय के सचिव अजय कुमार भल्ला ने बताया कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी और उड़ीसा के मल्कानगिरी जिले के गैर-विद्युतीकृत गांवों में बिजली पहुंचने के साथ ही 18 हजार से अधिक गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य पूरा हो गया है. बिजली मंत्रालय ने यह काम एक मई 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन इसे 28 अप्रैल को (988वें दिन) ही पूरा कर लिया गया.
उल्लेखनीय है कि जो गांव बिजली से लाभान्वित हुए हैं उनमें सबसे ज्यादा उड़ीसा, झारखंड, बिहार, असम और उत्तर प्रदेश जैसे गरीब राज्यों के गांव शामिल हैं. सात हजार से अधिक गांव नक्सल और वामपंथी अतिवाद से प्रभावित क्षेत्रों में थे जहाँ बिजली पहुंचाना कठिन था. अब 'सौभाग्य' योजना के तहत मार्च 2019 तक 3.63 घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें भी अब तक करीब 50 लाख घरों तक बिजली पहुँच भी गई है.
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