नई दिल्ली : कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था पर दिल्ली के विज्ञान भवन में कंपनी सेक्रेटरीज के कार्यक्रम में भाषण दिया. इस भाषण में उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से जुडी बहुत सी खास बातें बताई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि जो भी नोटबंदी और जीएसटी सहित तमाम फैसले को लेकर सरकार को गलत समझ रहे है, उन्हें बता दे कि नोटबंदी और जीएसटी सहित तमाम फैसले जनता के हित में लिए गये हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार जीडीपी की ग्रोथ 5.7 प्रतिशत हुई. देश में काम करने वाली सभी कंपनियो को नियमों का पालन करना बहुत ही जरुरी है.
संस्थान के स्वर्ण जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कंपनी सचिवों को संबोधित करते हुए अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा पर जम कर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि आज ICSI अपने 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस अवसर पर मैं इस संस्था से जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. आज मुझे ऐसे विद्वानों के बीच आकर बहुत ही प्रसन्नता हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को निराशा फैलाने में बड़ा मजा आता है. ऐसे लोगों के लिए पीएम मोदी ने महाभारत के पात्र शल्य का जिक्र किया. शल्य महाभारत के पात्र थे. वे माद्रा (मद्रदेश) के राजा जो पाण्डु के सगे साले और नकुल व सहदेव के मामा थे.
संस्था की गोल्डन जुबली के अवसर पर मोदी ने कहा की संस्था का मोटो भी "सत्यम वद्, धर्मम चर्" यानी सत्य बोलो और नियम-कानून का पालन करना है. आगे बढ़ते हुए मोदी ने कहा कि देश के चाँद मुट्ठी भर लोग हैं जो देश की मान - मर्यादा को, हमारी ईमानदार सामाजिक संरचना को नीचा दिखाने और कमज़ोर करने में लगे रहते हैं. इनके निराकरण के लिए ही सरकार ने पहले ही दिन से स्वच्छता अभियान शुरू किया है.
नोटबंदी और GST को लेकर मोदी बोले कि मैं न तो कोई अर्थशास्त्री हूँ और न मैंने कभी ऐसा कोई दावा किया है लेकिन आज जब अर्थवयवस्था कि बात उठी ही है तो मैं उस पर बोल रहा हूँ. मोदी ने कहा कि 'नोटबंदी सरकार का अहम् और ऐतिहासिक फैसला था. आज देश की अर्थव्यवस्था कम कैश पर चल रही है इससे बड़ी सफलता क्या होगी? आज Cash to GDP Ratio अब 9 प्रतिशत पर आ गया है. आठ नवंबर 2016 से पहले ये 12 प्रतिशत से ज्यादा हुआ करता था.'
आगे उन्होंने कहा कि 'हमारी सरकार से पहले जो पिछली सरकार थी तब उनके 6 साल के कार्यकाल में विकास दर 8 बार 5.7% और उससे भी नीचे आयी थी. और हमने ऐसी तिमाही भी देखी है जब विकास दर 0.2% से 1.5% तक गिरी.' मोदी ने कहा कि 'ऐसी गिरावट देश कि अर्थव्यवस्था के लिए बहुत घातक थी, क्योकिं उन्ही वर्षों के दौरान भारत Higher Inflation, Higher Current Account Deficit और Higher Fiscal Deficit के दौर से गुज़र रहा था.'
आगे बात करते हुए पीएम बोले कि सरकार द्वारा उठाया गया कदम ईमानदारों के हितों में है. व्यापारियों को इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है और उन्हें जो परेशानी हो रही है उसे जल्द ही सरकार दूर करेगी. हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं और में सभी को पूरी तरह आश्वस्त करना चाहता हूँ कि जो कदम सरकार द्वारा उठाये जा रहे हैं वह आप सभी के ही हित में लिए जा रहे हैं, और आने वाले निकट भविष्य में विकास की नयी आधारशिला रखेंगे. और हमारी यह प्रक्रिया अनवरत ऐसे ही चलती रहेगी. हम देश की अर्थव्यवस्था के लिए और देशवासियों के हित के लिए सदैव कार्य करते रहेंगे.
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