अगर आपको रात को सोते समय बहुत अधिक पसीना आता है तो इसे हल्के में कतई न लें. क्योंकि यह कई रोगों का इशारा हो सकता है. आमतौर पर रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं को अचानक से ज्यादा गर्मी महसूस होने लगती है.
जिससे उन्हें अचानक से अत्यधिक पसीना आने लगता है. खासतौर पर रात में नींद के दौरान बहुत अधिक पसीना आने लगता है. लेकिन रात में पसीना आना गेस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज का संकेत भी हो सकता है.
गेस्ट्रोइसोफेगल रिफलक्स के प्रमुख लक्षण
1-रोगी के सीने या छाती में जलन.
2-कई बार एसिडिटी के कारण सीने में दर्द भी रहता है, मुंह में खट्टा पानी आता रहता है.
3-एसिडिटी के कारण कई बार रोगी ऐसा महसूस करता है जैसे भोजन उसके गले में आ रहा है या कई बार डकार के साथ खाना मुंह में आ जाता है.
4-रात में सोते समय इस तरह की शिकायत ज्यादा होती है और बहुत ज्यादा पसीना आता है.
5-कई बार एसिड भोजन नली से सांस की नली में भी पहुंच जाता है, जिससे मरीज को दमा या खांसी की तकलीफ भी हो सकती है.
आमतौर पर पसीना आना चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन तब परेशान होना जरूरी है जब जरूरत से ज्यादा पसीना आए और वो भी रात में आता हो. दरअसल डॉक्टर्स का मानना है कि रात में अत्यधिक पसीना आना या बैचेनी महसूस करना खतरे की घंटी है. इस समस्या को नजरअंदाज करने की बजाय तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और यदि यह गेस्ट्रोइसोफेगल रिफलक्स के कारण हो तो इसके उपचार के लिये डॉक्टर की सलाह से दवाएं लें.