नई दिल्ली. बीते दिनों यूनेस्को ने विश्व के सबसे प्रदूषित शहरो की सूचि जारी की थी, जिसमे 20 में से भारत के लगभग 13 शहर शामिल है. यह बहुत ही चिंतनीय विषय है. प्रदुषण बढ़ने के कारण लोगो के हेल्थ पर भी गलत असर पड़ता है. हाल फ़िलहाल में वाहन विनिर्माताओं के औद्योगिक संग़ठन सियाम ने सरकार से देश में 15 साल पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. ऐसा करने से प्रदूषण के स्तर में कुछ हद तक कमी लाई जा सकेगी. सियाम ने इस बारे में सरकार से कहा है कि देशभर में ऐसे पुराने वाहन है जिनके कारण शहरो में प्रदूषण बढ़ रहा है, इनके इस्तेमाल किये जाने पर रोक लगाने के लिए सरकार को नया कानून लाना चाहिए.
सियाम के अध्यक्ष विनोद के. दसारी ने कहा कि हम वाहन उद्योग से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयासरत है. हम भारत स्टेज-6 एमिशन स्टेंडर्ड की ओर बढ़ रहे है. प्रदूषण करने के लिए सरकार से हमारा विशेष आग्रह है कि वह 15 साल पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लगाए. यह बात उन्होंने सियाम के वार्षिक सम्मेलन में शामिल होने के दौरान कही.
उन्होंने बताया कि एक राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बोर्ड बनाने और डिजाइन क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार से कहा है. वाहन उद्योग को लेकर नीतियों में बदलाव किया जाना जरूरी है. अब सोचने वाली बात ये है कि अगर 15 साल पुराने वाहनों पर प्रतिबंध लग गया तो लोगो को नया वाहन खरीदना होगा. साथ ही उनके पास रखे वाहन चालू स्थिति में भी इस्तेमाल करने लायक नहीं रहेंगे.
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