मुरैना: हाल में मध्यप्रदेश के मुरैना में जिला जेल से दीवार तोड़कर दो कैदी फरार हो गए थे. इस मामले में जेल प्रशासन पर भी लापरवाही के सवाल उठ रहे हैं. जिसमे जानकारी मिली थी कि कैदियों के फरार होने के कारण 4 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है. वही जेल एडीजीपी गाजीराम मीणा ने पुलिस प्रशासन को आदेश दिया है कि प्रदेश मे जेल ब्रेक करते या भागते पाये जाने पर बन्दुक का सहारा लिया जा सकता है, जिसमे जरूरत पड़ने पर गोली मारने का भी आदेश दिया है.
बता दे कि दीवार तोड़कर भागने वाले कैदियों में ओमप्रकाश जाट और अनिल धनेला शामिल है, जिनके ऊपर हत्या, लूट और दुष्कर्म के मामले है. इनके भागने के बारे में तब पता चला जब जेल के अंदर दोपहर में कैदियों की गिनती की गयी. कैदियों के भागने के बारे में पता पड़ते ही, इस बारे में अलर्ट जारी कर दिया गया था. वही अब मुरैना जेल ब्रेक मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमे एसडीएम मुरैना व दो जेल अधिकारी जाँच करेंगे.
कैदियों के फरार होने के मामले में चार प्रहरियों ब्रजेंद्र परमार, फूलसिंह कुशवाह, राम अवतार और दाताराम को निलंबित कर दिया गया था. फरार हुए कैदियों की तलाश की जा रही है. इन पर दस-दस हजार का इनाम भी घोषित किया गया है.
नाभा जेल फरार मामले का मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार