कभी-कभी ऐसा लगता है माँ ना होती तो क्या होता. ऐसे में आज के समय में वो बच्चे भी हैं जिनकी माँ अब इस दुनिया में नहीं रही, वो जो माँ के प्यार के लिए तरस रहे हैं, वो बच्चे जिनके सर से माँ का साया हमेशा के लिए उठ चुका हैं. तो क्या वो माँ का प्यार पाने के हकदार नहीं हैं, क्या उन्हें माँ का प्यार नहीं मिलना चाहिए..
माँ का प्यार तो सबके लिए होता हैं फिर ऐसा क्यों कि कई बच्चो के सर से माँ का साया छीन जाता हैं और वो माँ की एक झलक के लिए बेताब रहते हैं. भगवान ऐसा क्यों करता हैं क्यों वो उनके हिस्से से माँ छीन लेता हैं जिन्हे जरूरत होती हैं और उनके पास माँ को रहने देता हैं जो उन्हें संभाल नहीं पाते और ले जाकर एक वृद्धाश्रम में छोड़ देते हैं. अरे.. माँ के बिना तो दुनिया की कल्पना ही नहीं की जा सकती तो कैसे कोई ऐसा सोच सकता हैं कि वह माँ के बिना जी लेगा. दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी माँ को वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं क्योंकि उनके पास माँ का खर्च उठाने के लिए पैसा नहीं होता लेकिन क्या ये ठीक है..?
एक माँ जो तुम्हे जन्म देती है उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ आना कहाँ का न्याय है कैसे कोई अपनी माँ को अपने आपसे दूर रखकर खुश रहता है कैसे कोई अपनी माँ को अपने आपसे दूर रखकर चैन की नींद सोता है..? ये सब सवाल उनके लिए है जो ऐसा करते हैं क्योंकि आज भी दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो अपनी माँ के बिना एक कदम भी नहीं चल सकते और उनके लिए उनकी माँ की गोद किसी जन्नत से कम नहीं हैं इसी वजह से वह उन्हें हमेशा ही अपने साथ रखते हैं.
दुनिया में माँ का दर्जा सबसे ऊपर हैं फिर वो भगवान हो या गुरु. अपनी माँ से दूर रहने का दर्द उनसे पूछा जा सकता हैं जिन्होंने अपनी माँ खो दी उनसे नहीं जो अपनी माँ को वृद्धाश्रम में छोड़ आए. आज भी कई ऐसे बच्चे हैं जो कलयुग को महाकलयुग बनाने में जुटे हुए हैं और अपनी माँ को ही अपने घर से निकाल कर खुश हैं लेकिन वो ख़ुशी ही किस काम की जिसमे तुम्हारी माँ शामिल ना हो. इस मदर्स डे पर सबसे यही गुजारिश हैं की अपने माँ को दुनिया की हर वो ख़ुशी दें जिसकी वो हकदार हैं क्योंकि उन्होंने हमेशा आपको वो ख़ुशी दी है जिसके आप हकदार भी नहीं थे.
Mother's Day : जानिए क्यों और कब से हुई थी मदर्स डे की शुरुआत
Mother's Day 2018 : ये गिफ्ट्स देकर आप अपनी माँ को कर सकते हैं खुश