नई दिल्ली: हमेशा अपने विवादित और भड़काऊ बयान के कारण मीडिया में बने रहने वाले जाकिर नाईक की संस्था पर अब प्रतिबन्ध की तलवार लटक रही है. विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक की एनजीओ को आतंकवाद विरोधी कानून के कड़े वर्गों और गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत बैन करने का मन बनाया है.
मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय इसके लिए कैबिनेट में प्रस्तुत करने के लिए एक ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। इस ड्राफ्ट के तहत इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के अंतर्गत गैरकानूनी संस्था घोषित किया जाएगा।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय को अपनी जांच में पीस टीवी के साथ इस संस्था की संदिग्ध लिंक होने की जानकारी मिली है। अब इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस की ओर से भी कुछ सुराग शामिल किए जाएंगे। इससे ये स्पष्ट हो जायेगा की कई बार नाईक ने अपने भड़काऊ भाषाणों में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है।