इस्लामाबाद : पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ द्वारा 22 सांसदों को अपना विशेष दूत नियुक्त किया है. ये विशेष दूत विभिन्न देशों में जाकर वहां कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे. स्वाभाविक है कि उसकी इस भड़काऊ कार्रवाई के बाद आपसी संबंधों को पटरी पर लाना और मुश्किल हो जाएगा.
शनिवार को शरिफ ने एक बयान जारी कर कहा, "हम संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर पर उसके पुराने वादे की याद दिलाएंगे, जिसमें जनता को आत्मनिर्णय का अधिकार देने की बात कही गई है." पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत को भी याद दिलाएंगे कि कई दशक पहले यह मामला लेकर वह खुद संयुक्त राष्ट्र गया था, लेकिन अब वह अपने वादे से पीछे हट रहा है.
कश्मीर पर पाकिस्तान ऐसे समय अपनी नापाक मुहिम शुरू करने जा रहा है, जब हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में अशांति का माहौल है. कश्मीर में हिसा का नया दौर शुरू करने के लिए भारत पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा रहा है. दूसरी तरफ, पाकिस्तान इससे इन्कार कर रहा है. बुरहान वानी आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.
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