नई दिल्ली : नक्सलियों पर नकेल कसने की बात मानने में नहीं आती मगर देश में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और नक्सलियों का इलाका भी सिमट रहा है. केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा के नौसर,नक्सल प्रभावित देश के 126 जिलों में से सरकार ने 44 जिलों को नक्सल मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है. हालांकि आठ नए जिले नक्सल प्रभावित इलाके में शामिल भी किए गए हैं. सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 से घटकर 30 पहुंच गई है. बिहार और झारखंड के पांच जिले अति नक्सल प्रभावित टैग से मुक्त हो गए हैं. इन जिलों में झारखंड का दुमका, पूर्वी सिंहभूम तथा रामगढ़ और बिहार का नवादा और मुज्जफरपुर शामिल है.
केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा ने कहा कि नक्सली हिंसा का फैलाव बीते चार वर्ष में उल्लेखनीय ढंग से सिमटा है. इसका श्रेय सुरक्षा और विकास संबंधी उपायों की बहुमुखी रणनीति को जाता है. उन्होंने कहा , '44 जिलों में नक्सली या तो है ही नहीं या फिर उसकी मौजूदगी न के बराबर है. नक्सली हिंसा अब उन 30 जिलों तक सीमित रह गई है जो जिले कभी इससे बुरी तरह प्रभावित थे.'
गाबा ने कहा कि नक्सल विरोधी नीति की मुख्य विशेषता है हिंसा को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करना और विकास संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देना ताकि नई सड़कों, पुलों, टेलीफोन टावरों का लाभ गरीबों और प्रभावित इलाकों के लोगों तक पहुंच सके.
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