गुहलाचीका। जेबीटी की नियुक्ति सूची जारी होने के बाद भी न तो नियुक्ति मिली और न ही सुनवाई हो रही है। ऐसी स्थिति में दीपावली जैसा त्योहार कैसे मनाया जायेगा, इस प्रश्न का जवाब किसी जिम्मेदार के पास नहीं है। जेबीटी की नियुक्ति सूची जारी होने के 2 साल बाद भी नियुक्ति न मिलने से चयनित जेबीटी अध्यापक आर्थिक व् मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं।
बुधवार को चीका के देवीलाल पार्क में निश्चित बैठक में शामिल होने के लिए अनेकों की संख्या में चयनित जेबीटी अध्यापक 3 बजे से ही जुटने शुरू हो गए थे । देवीलाल पार्क में ष्चयनित संघर्ष समितिष् की कोर कमेटी के सदस्यों ने इन चयनित जेबीटी अध्यापकों को सम्बोधित किया। बैठक मे विनोद रसीना ने भर्ती के सभी पहलुओं पर चर्चा की। पार्क में बैठक के बाद चयनित जेबीटी अध्यापकों ने भारतीय जनता पार्टी के विद्यायक कुलवंत बाजीगर को ज्ञापन सौपा ।
इन चयनित अध्यापकों का कहना है कि ये दिवाली लगातार उनकी तीसरी दिवाली है जो फीकी ही गुजरेगी। ये अध्यापक पिछले 2 वर्षों से नियुक्ति की बाट जोह रहे हैं। भर्ती की चयनसूचि जारी हुए भी करीबन 2 वर्ष हो चुके हैं । हाईकोर्ट की एकल बेंच ने 31 मार्च 2016 को भर्ती को सही ठहराया लेकिन फैसले के बावजूद 42 दिन तक शिक्षा विभाग व सरकार ने नियुक्ति नहीं दी और मामले को लटकाए रखा। जिससे डबल बेंच में फिर नियुक्ति पर रोक लग गई। उन्होंने कहा कि माननीय हाई कोर्ट द्वारा केवल नियुक्ति पत्र जारी करने पर ही रोक लगाई हुई है लेकिन कम्बाइंड लिस्ट जारी करनाए जिलों का आबंटन करनाए अँगूठा व हस्ताक्षर जाँच का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने जैसे कई महत्वपूर्ण काम सरकार व शिक्षा विभाग कर सकता है लेकिन विभाग इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा। खुद मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री ने जल्द नियुक्ति का वादा किया था लेकिन अभी भी वादा सिर्फ वादा ही रहा है।