कानपुर: विजय माल्या के 9000 करोड़ और नीरव मोदी के 11000 करोड़ के बाद तो जैसे बैंकों का पैसा खाकर देश छोड़कर भाग जाना ट्रेंड सा बन गया है, देश के हर राज्य से कोई न कोई घोटालेबाज का नाम सामने आ रहा है और घोटाले भी छोटे-मोटे नहीं हज़ारों करोड़ के. उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से ऐसे ही एक आदमी का नाम बाहर आया है जिसने 5 सरकारी बैंकों के 3600 करोड़ रूपए हजम कर लिए.
इस कारोबारी का नाम है विक्रम कोठारी जो रोटोमैक कंपनी के मालिक हैं और उनका ऑफिस एक हफ्ते से बंद होने से सोशल मीडिया पर उनके देश छोड़कर भाग जाने की खबरें छाई हुईं हैं. जिसको ख़ारिज करते हुए उन्होंने एक बयान सामने आया हैं जिसमे कोठरी ने कहा हैं कि, वे देश छोड़कर भागे नहीं हैं और कानपुर में ही हैं. बैंक ने मेरी कंपनी को नॉन परफॉर्मर संपत्ति घोषित किया है, डिफॉल्टर नहीं. मैंने लोन लिया है और जल्द ही उसे वापस कर दूंगा. कोठरी ने इसे घोटाला कहने पर भी नाराज़गी जताई हैं.
आपको बता दें कि, कोठारी रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी हैं. उन्होंने इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ोदा, इंडियन ओरवसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के 3600 करोड़ रुपए का लोन नहीं चुकाया है. हालांकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक के सूत्रों का कहना है कि, कोठारी ने लोन ली गई राशि का ब्याज तक नहीं दिया है.
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