नोएडा : जेपी बिल्डर पर कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी जसके बाद कोर्ट ने जेपी बिल्डर को तत्काल ही ग्राहकों को पजेशन देने के लिए आदेश दिया था. लेकिन जेपी बिल्डर ने आदेश को मानते हुए और घर के खरीददारों से बाकी का पैसा निकलवाने के लिए नयी योजना तैयार कर ली.
जानकारी के मुताबिक जेपी बिल्डर का कहना है कि जो भी ग्राहक अपना केस वापिस लेंगे उन्ही का घर रजिस्टर किया जायेगा. जेपी बिल्डर ने सभी खरीददारों को पजेशन का लेटर तो भेज दिया है लेकिन खरीददारों के घरों के रजिस्ट्रशन नहीं किये. ऐसे में अब सिर्फ उन्ही खरीददारों के घर के रजिस्ट्रेशन किये जायेगे जो कोर्ट में जेपी बिल्डर के खिलाफ केस वापिस लेगा.
वहीं एक खरीददार जयश्री स्वामिनाथन ने बताया कि वह नोएडा के जेपी विशटाउन प्रोजेक्ट में अपने घर के पजेशन का इंतज़ार कर रही हैं. ऐसे में जब कोर्ट ने जेपी बिल्डर को फटकार लगायी तो उन्हें भी पजेशन का लेटर भेजा गया लेकिन रजिस्ट्रेशन को लेकर उनके सामने केस वापस लेने कि शर्त रखी गयी. इस बात का खुलासा तब हुआ जब यहाँ के 20-25 खरीददारों ने इसी तरह की शिकायत संगठन के सामने की.
यह सिर्फ जेपी बिल्डर का ही नहीं बल्कि अन्य बिल्डर्स का भी हाल बयाँ कर रहा है. जेपी बिल्डर की तरह अन्य बिल्डर्स भी इसी तरह की रणनीति अपना रहे हैं. ऐसे में एक्सपर्ट्स की सलाह यह है की खरीददारों को केस वापस लेने के बजाये कोर्ट में बिल्डर्स के इस तरह के फैसले के खिलाफ याचिका दायर करनी चाहिए.