पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले साल लोकसभा चुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने की अटकलों को बिना सर पैर की बात करार देते हुए सिरे से नकार दिया है. एक अणे मार्ग में जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, कि बिहार विधानसभा चुनाव तय समय पर ही होंगे. जब जनता ने वर्ष 2020 तक के लिए जनादेश दिया है, तब हम साल भर पहले क्यों चुनाव कराये?''.
बैठक में पूर्व विधायक रणविजय सिंह ने यह मामला उठाया था, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले हमने गांधी की राह चुनी है. हमे पत्थरों की चिंता नही हैं. पूर्व विधायक रणविजय सिंह ने जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह के बयान का हवाला देकर कहा कि बिहार में दोनों चुनाव साथ होने चाहिए. वे कुछ और बोलते कि मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, कि हम लोग संगठन के प्रसार और मजबूती के लिए बात कर रहे है. इसमें चुनाव की बात कहा से आ गई. मैंने भी कई ऐसे बयान देखे है. क्या मतलब है ऐसे बयानों का?
मुख्यमंत्री ने कहा, कि आप लोग बेवजह वे बजह के मुद्दे में फसने के बजाए पार्टी की रणनीती के हिसाब से संगठन और अभियान पर ध्यान दीजिये. फरवरी में प्रखंड स्तर पर सम्मेलन होना है. उनकी तैयारी के लिए अभी से लग जाइए''.
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